असम के 28 जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. इस बीच बाढ़ से होने वाली मौतों की संख्या बढ़ती जा रही है. रविवार को राज्य में बाढ़ से आठ लोगों की मौत हो गई. धुबरी और नलबाड़ी में दो-दो, कछार, धेमाजी, ग्वालपारा और शिवसागर में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतकों में एक महिला भी शामिल है. आठ नई मौतों के साथ असम में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 66 हो गई है, जो काफी चिंताजनक है।
राज्य के 28 जिलों के 3,446 गांव अब भी बाढ़ से प्रभावित हैं
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से रविवार शाम जारी आंकड़ों के मुताबिक, राज्य के 28 जिलों के तीन हजार से ज्यादा गांव अब भी बाढ़ में डूबे हुए हैं. बाढ़ के कारण 22 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, 28 जिलों के 97 राजस्व मंडलों के 3,446 गांव वर्तमान में पानी में डूबे हुए हैं। बाढ़ से 22 लाख 74 हजार 289 लोग प्रभावित हैं. वहीं, 68,432 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ में डूब गई है. राज्य भर में 3 लाख 69 हजार 9 बाढ़ पीड़ितों ने 630 आश्रय शिविरों और राहत केंद्रों में शरण ली है.
नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर
केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक ब्रह्मपुत्र नदी निमातीघाट, तेजपुर और धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इसी तरह राज्य में चेनिमारी में बुद्धिदिहिंग, शिवसागर में दिचाउ, नांगलमुरा घाट में दिचांग, नुमालीगढ़ में धनसिरी, धरमतुल में कपिली, गोलोकगंज में सोनकोश, करीमगंज में कुशियारा, बीपी घाट में बराक और बेकी रोड अभी भी खतरे के निशान हैं बहता हुआ।