जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में रविवार रात एक संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकी हमले में टनल वर्कर्स पर गोलीबारी की गई, जिसमें छह मजदूरों और एक डॉक्टर की जान चली गई। यह हमला एक निजी कंपनी के कैंप पर हुआ, जो एक सुरंग निर्माण परियोजना में शामिल थी। आतंकियों ने रात करीब 8:15 बजे ऑटोमेटिक हथियारों से हमला किया, जब मजदूर मेस के पास खाना खाने जा रहे थे। यह कैंप घने जंगलों के बीच स्थित था। मृतकों में बडगाम के डॉ. शाहनवाज, पंजाब के गुरमीत सिंह (30), बिहार के इंदर यादव (35), कठुआ के मोहन लाल (30) और जगतार सिंह (30), कश्मीर के फैयाज अहमद लोन (26) और जहूर अहमद लोन शामिल हैं। इस हमले में कई अन्य लोग भी घायल हुए, जिनका इलाज चल रहा है। अस्पताल की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
यह हमला नई गठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद दूसरा बड़ा आतंकी हमला है, जिसमें अब तक का सबसे बड़ा नुकसान हुआ है। इससे पहले 9 जून को जम्मू के रियासी जिले में तीर्थयात्रियों की बस पर हमला हुआ था, जिसमें सात तीर्थयात्री और बस स्टाफ की मौत हो गई थी, जबकि 41 लोग घायल हुए थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और ट्वीट कर कहा कि गगनगीर में हुआ यह कायरतापूर्ण हमला अत्यंत घृणित है। उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और सुरक्षा बल उन्हें कड़ी सज़ा देंगे। शाह ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।