दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते सरकारों ने अपने-अपने क्षेत्रों में ग्रेप स्टेज-4 के तहत पाबंदियां लागू कर दी हैं। इसके तहत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी सख्त कदम उठाए गए हैं। नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ और हापुड़ जैसे शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने के बाद कक्षा 12 तक के स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं। इन स्कूलों में अब ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से पढ़ाई जारी रहेगी।
नोएडा और गौतमबुद्ध नगर
नोएडा और गौतमबुद्ध नगर में जिला प्रशासन ने प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए 23 नवंबर तक सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। हालांकि, पढ़ाई ऑनलाइन जारी रहेगी। साथ ही, जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने निर्देश दिया है कि बच्चों की सेहत का ध्यान रखते हुए किसी भी बीमार छात्र को स्कूल आने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा और उनकी अनुपस्थिति को दर्ज नहीं किया जाएगा।
गाजियाबाद
गाजियाबाद में जिलाधिकारी ने कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों को बंद रखने और केवल ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के निर्देश दिए हैं। प्रदूषण की गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह फैसला अग्रिम आदेश तक लागू रहेगा।
मेरठ
मेरठ में भी बढ़ते प्रदूषण के कारण सभी स्कूलों को अग्रिम आदेश तक बंद कर दिया गया है। डीएम दीपक मीणा ने आदेश दिया है कि इन दिनों स्कूलों में केवल ऑनलाइन पढ़ाई कराई जाएगी और सभी संबंधित विभागों को सख्ती से इसका पालन सुनिश्चित करने को कहा गया है।
हापुड़
हापुड़ में AQI 571 तक पहुंचने के बाद जिला प्रशासन ने स्कूल-कॉलेज बंद करने का निर्णय लिया है। DIOS के निर्देश के अनुसार, मंगलवार को हापुड़ के सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।
बढ़ते प्रदूषण के बीच एहतियात
दिल्ली-एनसीआर के इन सभी शहरों में प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद उत्तर प्रदेश के संबंधित जिलों में इन सख्त कदमों को लागू किया गया है।