इज़राइल ने हाल के दिनों में लेबनान और सीरिया में अपने हवाई हमलों की तीव्रता बढ़ा दी है। ताज़ा हमलों में लेबनान की राजधानी बेरूत के पास स्थित बालबेक के पूर्वी इलाके में एक नागरिक सुरक्षा केंद्र को निशाना बनाया गया। इस हमले में कम से कम 12 बचावकर्मी मारे गए। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि ये बचावकर्मी पहले से नष्ट हो चुके केंद्र से अपने साथियों को बचाने की कोशिश कर रहे थे। हमले में कई इमारतें भी पूरी तरह तबाह हो गई हैं, और मलबे में अभी भी कई लोगों के दबे होने की आशंका है। हालांकि, इज़रायली सेना ने इन हमलों पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने की हमले की निंदा
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “क्रूर कार्रवाई” करार दिया है। मंत्रालय के अनुसार, यह इज़राइल द्वारा दो घंटे के भीतर स्वास्थ्य केंद्र पर किया गया दूसरा हमला था। इन हमलों ने आपातकालीन सेवाओं पर गंभीर प्रभाव डाला है और राहत-बचाव कार्यों में बड़ी बाधाएं उत्पन्न की हैं।
सीरिया में 15 की मौत, कई घायल
सीरिया की राजधानी दमिश्क और उसके आसपास के क्षेत्रों में भी इज़राइल ने हवाई हमले किए। सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी के मुताबिक, इन हमलों में 15 लोगों की मौत हो गई और 16 अन्य घायल हो गए। हमले में सैन्य ठिकानों और आस-पास के क्षेत्रों को भारी नुकसान पहुंचा है। इज़रायली सेना ने इन हमलों के पीछे की रणनीति या कारण पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
क्षेत्र में बढ़ा तनाव
इन ताज़ा हमलों ने लेबनान और सीरिया में सुरक्षा हालात को और खराब कर दिया है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य लगातार जारी हैं, लेकिन हालात भयावह बने हुए हैं। माना जा रहा है कि इज़राइल का मकसद लेबनान में हिज़बुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाना है। क्षेत्रीय तनाव के इस बढ़ते दौर पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं।