
खराब जीवनशैली की वजह से आजकल हाई यूरिक एसिड की समस्या काफी आम हो गई है। इसे डाइट के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है। जब शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है, तो व्यक्ति को चलने-फिरने में भी दिक्कत होने लगती है। जोड़ों में तेज दर्द, सूजन और जलन जैसी समस्याएं होने लगती हैं, खासकर पैरों की उंगलियों, टखनों और पंजों में। इससे रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित होती है। ऐसे में सही खान-पान अपनाना बेहद जरूरी है। जिन खाद्य पदार्थों में प्यूरीन अधिक होता है, उन्हें खाने से बचना चाहिए। साथ ही ज्यादा तला-भुना और मीठा खाना भी नुकसानदायक हो सकता है। हाई-फैट और प्रोटीन वाली डाइट यूरिक एसिड को बढ़ा सकती है, इसलिए कुकिंग ऑयल का चयन भी सोच-समझकर करना चाहिए। आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड बढ़ने पर कौन सा तेल इस्तेमाल करना चाहिए।
यूरिक एसिड में कौन सा तेल खाना फायदेमंद है?
खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला तेल भी यूरिक एसिड के स्तर को प्रभावित कर सकता है। इसलिए ऐसे हेल्दी ऑयल का चुनाव करना चाहिए, जो यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में मदद करे।
- ऑलिव ऑयल (Olive Oil) – यूरिक एसिड के मरीजों के लिए ऑलिव ऑयल एक अच्छा विकल्प है। यह अन्य तेलों की तुलना में अधिक फायदेमंद होता है। इसमें हेल्दी फैट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों के दर्द को भी कम करते हैं।
- सनफ्लॉवर ऑयल (Sunflower Oil) – सूरजमुखी के बीजों से बना यह तेल हल्का और पचने में आसान होता है। कई शोधों में पाया गया है कि सनफ्लॉवर ऑयल का सेवन यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। इसे खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
यूरिक एसिड को कैसे नियंत्रित करें?
न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन स्वाति सिंह के अनुसार, कुकिंग ऑयल भले ही सीधे तौर पर यूरिक एसिड बढ़ाने का कारण न हो, लेकिन यह आपकी डाइट और जीवनशैली का हिस्सा है। कुछ रिसर्च में पाया गया है कि सरसों का तेल अधिक मात्रा में लेने से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है। इसके अलावा, कम पानी पीना और व्यायाम न करना भी इस समस्या को बढ़ा सकता है। इसलिए हेल्दी डाइट अपनाएं, पर्याप्त पानी पिएं और नियमित एक्सरसाइज करें ताकि यूरिक एसिड नियंत्रित रहे।