लखनऊ – हिन्दू धर्म में प्रकृति को देवी-देवताओं से जोड़कर देखा जा सकता है. हिन्दू धर्म के अनुसार, कुछ ऐसे पेड़-पौधे होते हैं, जिनमें देवी-देवताओं का वास होता है. मान्यता के अनुसार, इन पेड़-पौधों की विधिवत पूजा करने से मनुष्य अपने भाग्य को जगा सकता है. साथ ही मनचाहा फल प्राप्त कर सकता है. आपको बताते है की ज्योतिषाचार्यों के अनुसार कौन से देवी-देवताओं का वास होता है और उनकी पूजा किस दिन करनी चाहिए.
सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित किया गया है. भगवान शिव को भोलेनाथ के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से महादेव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं. सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से समाज में मान-सम्मान मिलता है. इस दिन पीपल के पेड़ की भी उपासना करना शुभ माना जाता है. पीपल के पेड़ की उपासना करने से कोर्ट कचहरी के मामले सुलझते हैं, नौकरी में आमदनी बढ़ती है, और व्यक्ति को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है.
मंगलवार का दिन मंगल ग्रह के नाम पर पड़ा है. हिन्दू धर्म शास्त्रों में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित किया जाता है. इस दिन हनुमान जी की पूजा से पिछले जन्म के पाप नष्ट होते हैं. साथ ही जिन लोगों की कुंडली में मंगल कमज़ोर होता है, उन्हें मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. मंगलवार के दिन नीम के पेड़ की पूजा करना शुभ माना जाता है. इस दिन नीम के पेड़ में जल चढ़ाने से मंगल शुभ असर देने लगता है.
हिन्दू धर्म शास्त्रों में बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित किया गया है. इस दिन भगवान गणेश की विधिवत पूजा अर्चना की जाती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुधवार के दिन कोई भी काम शुरू करना शुभ माना गया है. साथ ही मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ानी चाहिए. ऐसा करने से ही भगवान गणेश प्रसन्न होकर अपने भक्तों पर कृपा बनाए रखते हैं. साथ ही इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा करना भी शुभ माना गया है
हिन्दू धर्म में गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है. इस दिन भगवान विष्णु के साथ केले के पेड़ की पूजा करना शुभ होता है. मान्यता के अनुसार, केले के पेड़ में भगवान विष्णु वास करते हैं. ज्योतिष शास्त्र मानता है कि यदि इस दिन घर की महिलाएं केले के पेड़ की पूजा करती हैं, तो घर में कभी पैसे और धन धान्य की कमी नहीं होती.
शुक्रवार का दिन हिन्दू धर्म में माता संतोषी को समर्पित किया गया है. इस दिन माता लक्ष्मी के साथ माता दुर्गा की भी पूजा की जाती है. ज्योतिष शास्त्र मानता है कि इस दिन घर की महिलाएं माता की पूजा करें, तो घर धन धान्य से भरा रहता है. साथ ही शुक्रवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करना भी शुभ मानते हैं. आप चाहें तो शुक्रवार के दिन आवले के पेड़ की पूजा और तुलसी की पूजा भी कर सकते हैं.
शनिवार का दिन भगवान शनिदेव को समर्पित है. इस दिन विधि विधान के साथ शनिदेव की पूजा की जाए तो शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रकोप कम हो जाता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान शनिदेव की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं. इसके इलावा शनिवार को पीपल के पेड़ की पूजा करना भी बहुत शुभ माना जाता है. मान्यताओं के अनुसार पीपल के पेड़ में सभी देवी देवताओं का वास होता है, इसलिए पीपल के पेड़ की पूजा करने से सभी देवी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है. रविवार के दिन किसी विशेष पेड़ की पूजा का महत्व नहीं बताया गया है. इस दिन भूलकर भी तुलसी, पीप, आंवला आदि वृक्षों को नहीं छूना चाहिए.