आज देशभर में दिवाली का शुभ त्योहार मनाया जा रहा है, इसके साथ ही इस बार दिवाली की पूजा 4 शुभ मुहूर्त में की जा सकती है. बता दें पहला शुभ समय दोपहर तीन से पांच बजे के बीच है। व्यापारिक प्रतिष्ठानों, कारखानों और कारखानों में पूजा करने के लिए यह मुहूर्त सर्वोत्तम है, इसी प्रकार घरों में दीपक जलाने और गणेश लक्ष्मी की पूजा करने के लिए शाम 5 बजे से 7:30 बजे के बीच शुभ समय है।
वहीं रात 8 से 10 बजे के बीच कंपनियों और व्यापार जैसे कुछ क्षेत्रों में पूजा का समय होता है। इसके अलावा पूजा का समय भी निशीथ काल में दोपहर 11:40 से 01:30 बजे के बीच है. उदयातिथि के आधार पर कार्तिक अमावस्या 13 नवंबर को होगी, लेकिन अमावस्या तिथि में प्रदोष 12 नवंबर को मिल रहा है। शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 13 नवंबर को प्रदोष काल के समय लगेगी.
इसी वजह से 12वीं दिवाली पर रोक लगाई जा रही है. इसके साथ ही 12 नवंबर को प्रदोष काल शाम 5:11 बजे से शाम 7:39 बजे तक, वृषभ काल (स्थिर लग्न) शाम 5:22 बजे से शाम 7:19 बजे तक रहेगा। वहीं, लक्ष्मी पूजा का प्रदोष का मुहूर्त शाम 5:11 बजे से शाम 7:39 बजे तक रहेगा। इसके साथ ही निशीथकाल का शुभ पूजा मुहूर्त: यह निशीथकाल मुहूर्त भी श्री महालक्ष्मी पूजा के लिए शुभ माना जाता है जो रात 11:39 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक रहेगा, अवधि लगभग 52 मिनट होगी।