गुरुवार को कजाकिस्तान के सबसे बड़े शहर अल्माटी में एक छात्रावास में आग लगने से तेरह लोगों की मौत हो गई, जहां अल्माटी पुलिस विभाग ने कहा कि नौ पीड़ित कजाख, दो रूस के और दो उज्बेकिस्तान के थे। आग सुबह-सुबह एक तीन मंजिला इमारत में लगी, जहां ग्राउंड और बेसमेंट लेवल पर हॉस्टल के 72 लोग रहते थे।
पीड़ितों की मौत जहरीली कार्बन मोनोऑक्साइड से हुई जबकि बाकी 59 लोग इमारत से भागने में सफल रहे। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी और बताया कि भारत के एक छात्र समेत चार लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हालांकि आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है, लेकिन सरकार ने कहा है कि इसकी जांच के लिए एक विशेष आयोग का गठन किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि आग तीन मंजिला आवासीय इमारत के बेसमेंट में लगी, इस इमारत की पहली मंजिल और बेसमेंट को डॉरमेट्री में तब्दील कर दिया गया था. इस हादसे के दौरान हॉस्टल में कुल 72 लोग मौजूद थे, जिनमें से 59 लोग बाहर निकलने में कामयाब रहे, 13 लोग आग में फंस गए, जिससे उनकी मौत हो गई.