
राजस्थान के भरतपुर रेंज के आईजी राहुल प्रकाश और डीग जिले के एसपी राजेश मीणा के नेतृत्व में साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस ने ऑपरेशन ‘एंटीवायरस’ के तहत साइबर ठगों की धर-पकड़ में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। साइबर ठगी को जड़ से खत्म करने के उद्देश्य से पुलिस ने ‘ऑपरेशन शील्ड’ भी शुरू किया है। इस ऑपरेशन का प्रभाव मेवात क्षेत्र के ठगों में साफ देखा जा सकता है। कई ठग अपने गांव और घर छोड़कर दूर जंगलों और फसलों के बीच अस्थायी ठिकाने बनाकर अपना अपराध जारी रख रहे हैं।
इन ठगों ने सुनसान इलाकों में ऐसी जगहें तैयार कर ली हैं, जहां कड़कड़ाती ठंड के बावजूद उनके रहने और काम करने की पूरी व्यवस्था है। पुलिस को कैथवाड़ा थाना क्षेत्र के झेंझपुरी गांव के जंगलों में इन ठगों की लोकेशन का पता चला था। लेकिन ठंड और फसलों के बीच छिपे इन ठगों तक पहुंचना पुलिस के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था। ठगों ने फसलों के बीच ऐसा ठिकाना बनाया हुआ था, जहां पहुंचना लगभग असंभव लग रहा था। इसके बावजूद पुलिस टीम ने हिम्मत दिखाते हुए वहां पहुंचकर कार्रवाई की।
5 घंटे के सर्च ऑपरेशन के बाद 6 ठग गिरफ्तार
पुलिस ने करीब 5 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसके बाद उन्हें बड़ी सफलता मिली। रेड के दौरान पुलिस ने मौके से 6 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया और उनके पास से कई सिम कार्ड और मोबाइल फोन बरामद किए। हालांकि, इस कार्रवाई के दौरान 6 ठग पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब रहे। फिलहाल पुलिस पकड़े गए ठगों से पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि इंटरनेट के इस दौर में साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अब तो ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं, जहां ठग फर्जी पुलिसवाले बनकर लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं। पुलिस की ये कार्रवाई साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।