
उत्तर प्रदेश में इन दिनों ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। ठंड की चपेट में आने से अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। खासतौर पर कानपुर मंडल और अलीगढ़ क्षेत्र में ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। ठंड और कोहरे के कारण लोग मुश्किल हालात का सामना कर रहे हैं।
घने कोहरे के चलते सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में भी तेजी आई है। आगरा एक्सप्रेसवे पर घने कोहरे के कारण हुए बड़े हादसे में 32 लोग घायल हो गए। बुधवार को बुंदेलखंड और कानपुर मंडल के विभिन्न जिलों में ठंड से छह लोगों की मौत हो गई। महोबा और चित्रकूट में दो-दो लोगों की जान चली गई, जबकि फतेहपुर और जालौन में एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हुई। चित्रकूट जिले के खरसेड़ा गांव में 61 वर्षीय कैलासिया देवी की तबीयत खेत में काम के दौरान खराब हो गई। अस्पताल ले जाने के बाद उनका निधन हो गया। महोबा में ठंड से एक क्रशर मुनीम सहित दो लोगों की मौत हो गई। जालौन जिले में खेत की रखवाली कर रहे एक किसान और फतेहपुर में एक श्रमिक की भी ठंड से मृत्यु हो गई।
कोहरा वाहन चालकों के लिए बड़ी समस्या बन गया है। दृश्यता कम होने की वजह से वाहन दुर्घटनाओं में वृद्धि हो रही है। आगरा एक्सप्रेसवे पर कोहरे के कारण हुए हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए लोग इसका उदाहरण हैं।
मौसम विभाग ने गुरुवार को भी राज्य के कई जिलों में घने कोहरे की संभावना जताई है। इनमें बांदा, फतेहपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, कासगंज, एटा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, और ललितपुर जैसे इलाके शामिल हैं।
मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करना जरूरी है। यात्रा के दौरान वाहन धीमी गति से चलाएं और सावधानी बरतें। कोहरे में दुर्घटनाओं से बचने के लिए हेडलाइट और इंडिकेटर का सही इस्तेमाल करें। लोगों से अपील की गई है कि बेहद जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें और यात्रा करें।